Motivational Hindi
Short stories
यहां top ten motivational short stories
आपके सामने प्रस्तुत की गई हैं। इन stories को पढ़ के आप जीवन के प्रति सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हो जायेंगे।
तो चलिए अब हम इस best motivational stories को जानते हैं।
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1. हमारा महत्व(motivational Hindi short story)
गुरुकुल के शिष्यों की शिक्षा पूरी हो गई थी। शिष्यों ने अपने गुरु से गुरुदक्षिणा में क्या लेनेवाले , इस बारे में बताने का अनुरोध किया।
गुरु ने कहा कि,आप लोग मुझे गुरुदक्षिणा में पेड़ के सूखे पत्ते लाके दो। शिष्यों को लगा गुरुदेव ऐसी दक्षिणा लेकर क्या करेंगे?फिर वो लोग सूखे पत्ते लेने गए।
सारे शिष्य जंगल में गए,लेकिन वहां उतनी सुखी हुई पत्तियां नही मिली,जितनी उनके गुरुजी ने मांगी थी।
फिर वो लोग एक किसान के पास गए,लेकिन उसने कहा कि,यह मेरे चूले में ईंधन के लिए है।
इसके बाद वो लोग एक वृद्ध महिला को देखते है और उनसे पत्तियां मांगी।परंतु उसने भी कहा कि,यह जड़ी बूटियों के बनाने के लिए है।
इस तरह सभी जगह से निराश होकर वो लोग गुरुकुल खाली हाथ लौट कर आए।
गुरुदेव ने पूछा कि, पत्तियां मिली?सभी शिष्यों ने सिर झुकाकर कहा –नही गुरुदेव।
इसी बीच एक शिष्य ने गुरु से पूछा कि,आपने हमसे गुरुदक्षिणा में सिर्फ सूखी पत्तियां क्यों मांगी?
फिर गुरुदेव ने समझाया–" ये पत्तियां सूखी होने के बावजूद इतना ज्यादा महत्व रखती हैं।यह पत्तियां सुलभ और सहजता से मिल जाती हैं फिर भी इसका महत्व कम नहीं है।"
Motivation of the story–
इसी तरह हमारा और हमारे जीवन महत्व भी कम नहीं होता। जब हमें सभी ओर से निष्फलता मिलती हैं।तो हमें लगता है कि, हमारे जीवन का महत्व ही नहीं।
लेकिन ऐसा नहीं होता।सबका जीवन अपने आप में ज्यादा महत्व रखता है।
निष्फलता हमें हराने के लिए नही,बल्कि जीवन को ओर ज्यादा अच्छे से कैसे जीया जा सकता है वह समझाती है।
2. मनुष्य की क्षमता(motivational Hindi short story)
एक बार एक आदमी रास्ते से गुजर रहा था। उसने देखा कि,एक महावत ने अपने हाथी के एक पैर को वृक्ष के साथ
रस्सी से बांधा हुआ था।
उस आदमी को आश्चर्य हुआ कि,"इतना महाकाय प्राणी इतनी सामान्य रस्सी से बंधा है?"
उसने महावत पूछा तो पता चला कि,जब यह छोटा था तब इसे ऐसी रस्सी से बांध लिया जाता। वो उसे तोड़ने का प्रयास करता,लेकिन तोड़ नहीं पाता।
इस तरह अब उसे यह भ्रम हो गया है कि,वह उस रस्सी को कभी तोड़ नही पाएगा।
Motivation of the short story – हाथी तो अबोल प्राणी हैं।उसे अपनी शक्ति के बारे में कुछ पता नहीं है।
परंतु हम तो मनुष्य है,जिसे ईश्वर ने सब कुछ समझने की शक्ति प्रदान की है।हम अपनी शक्तियों को जानकर उसका उपयोग जीवन में सफलता पाने के लिए और मुश्किलों से खुद को बाहर निकलने के लिए कर सकते हैं।
3. ईश्वर और इंसान(motivational Hindi short story)
मोहन नाम का एक किसान था।वो दिनरात मेहनत करता और अपने परिवार का गुजार कर लेता था।
लेकिन बार–बार सूखा पड़ता,कभी बारिश समय पर ना आना, कोई बार हद से भी ज्यादा बारिश हो जाना,तूफान आना या फिर ओले पड़ना।
इन सभी मुश्केलियो के कारण वह परेशान हो गया।
उसने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि,आपको खेती के बारे में कुछ पता ही नहीं।इसीलिए मौसम कभी भी खराब हो जाता है ।
ईश्वर ने भी प्रसन्न होकर उसे दर्शन दिए।ईश्वर ने उसे वरदान दिया कि,जो वह मांगेगा उसे मिलेगा।
किसान ने खुश होकर कहा कि,जब मैं चाहूं तभी बारिश आए,तूफान आए, ओले पड़े।
इश्वर ने उसकी इच्छा पूरी की और उस किसान की इच्छा के अनुसार ही सबकुछ हुआ।
इस बार वह खुश था और अपने खेत की फसल को देखने गया ।लेकिन यह क्या ?फसलों में दाने ही नही थे!
उसने फिर ईश्वर को प्रार्थना की और पूछा कि,मेरे खेत की फसलों में अन्न के दाने क्यों नहीं आए?
ईश्वर ने कहा कि, फसल के अनुसार जितनी धूप मिलनी चाहिए , जितना पानी मिलना चाहिए और जितने ओले पड़ने चाहिए वह सब फसल के पौधों को मिले ही नही।
इन सबसे उन पौधों को अपने अंदर अन्न उगाने की क्षमता बढ़ी ही नही।
Motivation– हम मनुष्य का भी ऐसा ही है।थोड़ी तकलीफ जीवन में आती है तो भगवान को फरियाद करते है कि, क्यूं मुझे ही इतनी तकलीफ मिलती है।
लेकिन यह नहीं समझते कि, इन तकलीफों से हमारा व्यक्तित्व ज्यादा निखरता है।
हमे तकलीफों से भागने की बजाय, हिम्मत से उसका सामना करना चाहिए।
4. हाथ के निशान(motivational Hindi short story)
बिल्लू नाम का एक लड़का था । उसका धरती पर जन्म होनेवाला था।इससे पहले वह भगवान से विनती कर रहा था।
बिल्लू ने कहा "भगवान जी मुझे धरतीलोक में मत भेजो।वहां बहोत दुःख सहना होगा।आप मुझे अपने साथ ही रखिए।"
भगवान ने बिल्लू को प्यार से समझाया
लेकिन उसने एक शर्त रखी कि,भगवान जी आप मुझे वादा कीजिए आप धरती पर हमेशा मेरे साथ ही रहेंगे।
भगवान ने कहा कि,जब तुम आंखे बंद करोगे तब तुम्हे मेरे हाथ के निशान दिखेंगे। ऐसे तुम समझ जाना कि, मैं तुम्हारे साथ हूं।
फिर बिल्लू का धरती पर जन्म हुआ।वो जब भी आंखे बंद करता तो उसे भगवान के हाथ के निशान दिखते।
बिल्लू बड़ा हुआ ,तब उसके जीवन एक बार बहोत बड़ी मुसीबत आई। उस समय पर बिल्लू को हाथ के निशान न दिखे।
दिन गुजरने लगे और बिल्लू की मृत्यु हो गई।वह स्वर्ग पहुंचा और भगवान से नाराज होकर कहा कि,आपने मुझे उस वक्त साथ नही दिया जब मुझे आपकी सबसे ज्यादा जरूरत थी ।
भगवान हंसकर बोले –मैं तो हमेशा तुम्हारे साथ ही था।जब तुम्हारे जीवन में भारी मुसीबत आई तब तुम्हे तकलीफ में देख मैं बहोत दुःखी हुआ ।
इस कारण मैंने तुम्हे अपने इसी हाथो में उठा लिया। इसी वजह से तुम्हे मेरे हाथ के निशान दिखे नहीं।
हमारे जीवन में तकलीफ आती हैं तब हम सोचते हैं कि,भगवान हमारे साथ नहीं।
लेकिन मुसीबत के वक्त ही भगवान हमारा साथ ज्यादा देते हैं।
5. मुसीबत का भार(motivational Hindi short story)
गांव में एक किसान खेती कर रहा था।एक दिन उसके खेत में एक बड़ा पत्थर निकल आया।
उससे ठोकर खाकर कई बार उसका हल टूट जाता या फिर उसके पैर में चोट लगती ।
एक बार फिर उसे पत्थर से ठोकर लगी। लेकिन इस बार तो उसने तय कर लिया कि इस पत्थर को खेत से उखाड़ फेकूंगा।
उसने अपने दो मित्रो के साथ मिलकर उस चट्टान पर हथौड़ा मारा। हथौड़े के दो बार मारने पर ही वह दो टुकड़े में टूटकर निकल गया।
उसे आश्चर्य हुआ कि,जिस पत्थर को वह भारी समझता था वह उतना भारी था ही नही!
Motivation–हम भी कई बार छोटी मुसीबत को बड़ा मान लेते हैं,जोकि ऐसा होता नहीं।हमारा स्वभाव ही ऐसा बन जाता हैं कि,हमे हमेशा अपनी छोटी मुसीबत को भी बड़ा बना लेते हैं । फिर परेशान होते रहते हैं।
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6. समाधान कैसे निकाले?(motivational Hindi short story)
रोहित नाम का एक लड़का पढ़ने में होशियार था,इसके साथ काफी दयालु स्वभाव का था।
उसके मोहल्ले में एक स्ट्रीट लाइट थी,जो हमेशा खराब ही रहती थी। जिससे उसके मोहल्ले में अंधेरा होने से लोगो को आनेजाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता।
उसके लिए कई बार फरियाद की गई,लेकिन उससे भी कुछ नहीं हुआ।
रोहित को उपाय सूझा।
उसने एक लंबा बांस लिया और उसके साथ बिजली का एक बल्ब लगाकर अपने घर के बिजली के तार से जोड़ दिया।
इस तरह उसके घर के बाहर रौशनी हो गई।उसके इस प्रयास को देखकर मोहल्ले में सभी ने अपने घर के आगे बांस से बांधकर बल्ब लगा दिए।
इस तरह पूरा मोहल्ला रौशनी से चमक उठा।
Motivation of the story जब कोई मुसीबत आए तो छोटे–छोटे कदम बढ़ाकर मुसीबत से बाहर निकल सकते हैं।
7. आदत को कैसे छोड़े?(motivational Hindi short story)
महाजनपुर नाम का एक राज्य था । उसके राजा दयालु स्वभाव के थे। एक बार पड़ोस के राज्य के राजा ने उन्हे भेट में दो ऊंची नस्ल के बाज पक्षी दिए।
राजा ने दोनो बाज के नाम रखे।एक का नाम मीनू और दूसरे का नाम रीनू रखा। राजा ने उनकी देखभाल के लिए अनुभवी व्यक्ति रखा।
थोड़े समय बाद राजा उन दोनो बाज को देखने आए। देखभाल करनेवाले व्यक्ति से बाज की उड़ान देखने के लिए दोनो बाज को उड़ाने का आदेश दिया।
उस व्यक्ति का इशारा मिलते ही मीनू और रीनू बाज उड़ने लगे।मीनू तो खुले आसमान में बहोत समय तक उड़ा।
परंतु रीनू बाज थोड़ी उड़ान भरके डाल पर आके बैठ गया । रीनू को आसमान में उड़ने से डर लगता।इसीलिए वो उसी डाल पर बैठ गया जहां वह हमेशा बैठता था।
देखभाल करनेवाले व्यक्ति ने राजाजी से कहा कि, रीनू को अब डर के कारण इस पर बैठने की इतनी आदत हो गई है कि,ज्यादा देर तक उड़ता ही नही।
राजा ने फरमान निकाला कि,जो भी रीनू बाज को उसकी आदत से छुड़वाएगा उसे बहुत बड़ा ईनाम मिलेगा।
सबने कोशिश की पर किसीको भी सफलता नहीं मिली।
एक किसान को जब यह पता चला तो उसने वहां आकर उस डाल को ही काट दिया,जिस पर रीनू बैठा करता था।
डाल के काटने से अब रीनू भी मीनू के साथ आसमान में ऊंची उड़ान भरता।इस तरह रीनू बाज का डर भी चला गया और ऊंची उड़ान भरने में जो डर लगता वो भी खत्म हो गया।
8 . कीमत(motivational Hindi short story)
कॉलेज में सेमिनार आयोजित हुआ था। principal ने अपना भाषण शुरू करने से पहले हाथ में एक हजार की नोट ली।
उस नोट दिखाकर सभी से पूछा कि,यह नोट जिसे चाहिए वह अपने हाथ को ऊपर की ओर करे। लगभग सभी ने अपना हाथ ऊपर की ओर उठाया।
फिर principal ने उस नोट को हाथ की मुट्ठी में कुचल दिया । अब फिर से principal ने पूछा कि,अब कौन इसे लेने के लिए तैयार हैं? सब इसे लेने को तैयार थे।
इसके बाद नोट के दो टुकड़े कर दिए। फिर भी सब लोग इसे लेने के लिए अपने हाथ ऊपर की ओर उठाने लगे।
Motive
– जैसे हजार की नोट फटी हुई थी,फिर भी सब उसे लेने को सब तैयार थे।क्योंकि हजार की नोट ने अपना महत्व किसी भी रूप में कम नहीं होने दिया।इसी तरह आपको भी किसी भी हाल में खुद के महत्व को कभी कम नहीं समझना चाहिए।
मुश्केलियां जीवन में आती हैं। हमे अंदर से काफी कमजोर कर देती हैं।परंतु हमे अपनी पूरी ताकत लगाकर सामना करते हुए अपना महत्व कभी कम नही समझना चाहिए।
9. हमारी शक्तियां कहां है?(motivational Hindi short story)
एक दिन सभी देवताओं ने सभा की। सभा में तय करना था कि, " मनुष्य की उन शक्तियो को कहां पर छुपाए ,जिससे वह अपने जीवन की सारी परेशानी का उपाय ढूंढ सकता है?"
सभी देवता ने अपनी राय दी–हम इसे समुद्र की गहराई में छुपा देते हैं,या फिर पर्वत की सबसे ऊंची चोटी पर छुपा देते हैं।
आखिर में ब्रह्माजी ने कहा कि," मनुष्य की इन शक्तियों को उसीके मन में छुपा देते हैं, जहां से वह अपनी शक्तियों को ढूंढ ही नहीं पाएगा। वैसे भी मनुष्य का मन हमेशा इधरउधर भटकता रहता है अपनी शक्तियों को पहचानने में।वह कभी सोच ही नही पाएगा कि,इसकी शक्तियां उसके खुद के मन में ही छुपी हुई हैं।"
इस तरह हमारी शक्तियां हमारे मन में ही छिपी हैं। इन शक्तियों से हम अपने जीवन की सभी परेशानी का उपाय कर सकते हैं।
हमे तो बस अपने मन की शक्तियों को पहचानना होगा!
10. सोच कितनी होनी चाहिए?(motivational Hindi short story)
रोहन और जिगर नाम के दो लड़के काफी अच्छे दोस्त थे।एक दिन वह दोनो नदी किनारे मछलियां पकड़ने बैठे थे।
रोहन के जाले में एक सामान्य सी मछली आई,जिसे पकड़कर उसने अपने बर्तन में रखा दिया।
थोड़ी देर बाद जिगर के जाले में भी तीन – चार मछलियां आ गई और अपने साथ रखे बर्तन में रख दिया।
थोड़ी देर तक ऐसा ही चलता रहा।
परंतु अब जिगर के जाल में बड़ी मछलियां आने लगी।वह इसे देखकर फिर से नदी में फेंक देता।
यह देखकर रोहन ने उसे पूछा कि, तुम बड़ी मछलियां अपने जाले में से लेने के बजाय नदी में वापस क्यों फेंक देते हो?
जिगर ने कहा कि, मेरे पास बड़ी मछली पकाने के लिए कोई बड़ा बर्तन नहीं है।इसी वजह से में छोटी मछलियों को ही अपने इस बर्तन में रखता हूं।
फिर रोहन ने उसे कहा कि,बड़ी मछलियों को तो तुम काटकर भी अपने छोटे बर्तन में पका सकते हो ना!
अपनी सोच को छोटी क्यों रखते हो? हमेशा बड़ा ही सोचना चाहिए।
Motivation– कई बार जीवन में हम अपने विचार को इतना छोटा रखते हैं कि,बड़ी सफलता के लिए सामने आए हुए मौके को भी गवां देते हैं।
इस तरह हमने इन short motivational Hindi stories को पढ़के जीवन की निराशा को दूर कर एक नई ऊर्जा और उत्साह से आगे बढ़ना सीखा।
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